हम अपने क्लीनिक पर सालो से हजारो मरीजों से मिल चुके है और उनका ईलाज करके उनका विवाहित जीवन खुशहाल बना चुके हैं। हमने अपने क्लीनिक पर पिछले 40 सालों से लाखो मरीजों से बात की है। उनकी सेक्स समस्याओं के कारणों को हमने अपने 40 वर्षों से तुर्जबें से उनका समाधान किया है। अपने वर्षों के तजुर्बे से हमने जाना है कि कई बार सैक्स समस्या केवल आपके दिमाग का वहम होतीं है। किसी भी सेक्स समस्या का ईलाज कराने में किसी भी प्रकार की जल्दबाजी न करें। कुछ समय अपने शरीर और दिमाग को आराम दें। स्वास्थ्य वर्धकहल्का- फुल्का खाये और व्यायाम करंे। यदि फिर भी आपको लगता है कि इतना करने से भी आपकी सेक्स समस्यों में किसी भी तरह का लाभ नहीं हो रहा है तभी किसी अच्छे से डाक्टर से सम्पर्क करके अपना ईलाज करायें जिससे आपकी बीमारी ठीक हो जायेगी। अगर आप जल्दबाजी करेंगे तो केवल अपना समय और पैसा ही बर्बाद करेंगें। काफी समय हो गया है और आपकी समस्या ठीक नहीं हो रही है तो किसी अच्छे व अनुभवी डॉक्टर से मिले या हमें 9050205100 पर कॉल करें।
hum apne clinic par saalo se hajaro marijon se mil chuke hai aur unka ilaaj karke unka vivahit jivan khushhaal bana chuke hain. hamne apne clinic par pichle 40 salon se lakho marijon se baat ki hai. unki sex samasyon ke karanon ko hamne apne 40 varshon se tajurbein se unka samadhan kiya hai. apne varshon ke tajurbe se hamne jana hai ki kai baar sex samsaya kewal aapke dimag ka vaham hotein hai. kisi bhi sex samasya ka ilaaj karane mein kisi bhi parkar ki jaldabaji na karein. kuch samay apne sharir aur dimag ko aaram den. swasthy vardhak halka- phulka khaye aur vyayam karne. yadi fhir bhi aapko lagta hai ki itna karne se bhi aap ki sex samasyon mein kisi bhi tarah ka laabh nahin ho raha hai tabhi kisi achhe se doctor se sampark karke apna ilaaj karayen jisse aapki bimari thik ho jaygi. agar aap jaldbaji kareinge to keval apna samay aur paisa hi barbad karengein. kafee samay ho gaya hai aur aapki samasya thik nahin ho rahi hai to kisi achche va anubhavi doctor se mile ya hamein 9050205100 par call karne.
जब किसी पुरुष को यौन संभोग के पहले या संभोग के दौरान तनाव बनाये रखने या तनाव आने में समस्या आती हैं तो उसे ही नामर्दी की समस्या कहते हैं। नामर्दी उस यौन रोग को कहते हैं जिसमें व्यक्ति के शरीर में वीर्य की मात्रा कम या खत्म हो जाता है और इस कारण वह संतान की प्राप्ति नहीं कर सकता है। नामर्दी के कारण हृदय रोग जैसी अंतरहीन स्वास्थ्य समस्या के कारण हो सकता है। नामर्दी की समस्या अब आम हो चुकी है। इस समस्या के मुख्य कारण तनाव या डिप्रैशन हैं यदि बार बार आपका स्वाास्थ्य खराब होता है और आप लगातार दवाईयों का सेवन करते है तो भी व्यक्ति को नपंुसकता के लक्षण हो सकते हैै। कई बार नामर्दी का कारण केवल सेक्स समस्या ही नहीं बल्कि कुछ शारीरिक कारण भी हो सकते है जैसे वीर्य का देरी से या कम मात्रा में बिना तनाव के निकलना या सैक्स में मन न लगना। इस प्रकार समस्या के साथ जल्द से जल्द डाक्टर से चर्चा की जानी चाहियें।
jab kisi purush ko yaun sambhog ke pahale ya sambhog ke duraan tanaav banaaye rakhne ya tanaav aane mein samasya aati hain to use hi naamardi ki samasya kahte hain. naamardi us yaun rog ko kahte hain jismein vyakti ke sharir mein virya ki matra kam ya khatm ho jaati hai aur is kaaran vah santaan ki praapti nahin kar sakta hai. naamardi ki samasya ab aam ho chuki hai. is samasya ke mukhy kaaran tanaav ya dipraishan hain. yadi baar baar aapka swasathy kharab hota hai aur aap lagataar dawayeina ka sevan karte hai to bhi vyakti ko napunsakata ke lakshan ho sakte hai. kai baar naamardi ka karan kewal sex samasya hi nahi balki kuch sharirik karan bhi ho sakte hai jaise virya ka deree se ya kam maatra mein bina tanaav ke nikalana ya sex mein man na lagana. is prakaar samsaya ke saath jald se jald doctor se charcha ki jaani chahiyen.
नामर्दी का ईलाज क्या है?
नामर्दी का इलाज काफी हद तक शरीर का अंदरुनी मामला है। आपको अच्छे स्वस्थ्य के लिये कुछ चीजों पर ध्यान देना होगा जैसे दवाओं पर, अपनी जीवनशैली में बदलाव के द्वारा आप इस समस्या को ठीक कर सकते हैं । नामर्दी की समस्या के कारणों को जानने के बाद डाक्टर एक प्रकार के उपचार की सिफारिश करेगा इस उपचार में मौखिक दवाईयां, लिंग पंप, लिंग इम्पलाटेशन यहाँ तक की सर्जरी भी शामिल है परन्तु आप एलौपैथिक ईलाज से बचें। आयुर्वेद को अपनायें क्योंकि आयुर्वेद आपको अनावश्यक सर्जरी व अनावश्यक दवाओं के सेवन से बचायेगा जिनके अनगिनत दुष्प्रभाव हैं। आयुर्वेद का प्रथम लक्ष्य बीमारी को जड से खत्म करना होता है। यह एलोपैथी की तरह एक दो दिन में आराम नही करता आयुर्वेद के ईलाज में समय लगता है पर ये समस्या की जड तक पहँच कर उसका स्थाई समाधान करता है।
Namardi ka ilaaj kya hai?
namardi ka ilaaj kafhi had tak sharir ka andruni mamala hai. aapko achce swasthy ke liye kuch chejon par dhyaan dena hoga jaise dawaon par, apani jivanshaili mein badlaav ke dwara aap is samsaya ko thik kar sakte hain . namardi ki samsaya ke karanon ko jaanne ke baad doctor ek prakar ke upchaar ki sifarish karega is upchar mein mukhik dawayain, ling pump, ling impalateishan yahan tak ki sarjari bhi shamil hai parantu aap elupaithik ilaaj se bachein. ayurved ko apanayein kyunki ayurved apko anavashyak sarjari va anavashyak dawain ke sevan se bachayega jinke anginat dushprbhav hain. ayurved ka prtham lakshy bimari ko jad se khatm karna hota hai. yah elopithi ki tarah ek do din mein aaram nahi karta ayurved ke ilaaj mein samay lagta hai par ye samsaya ki jad tak pahunch kar uska istahi samadhan karta hai.
नामर्दी का आयुर्वेदिक ईलाज कैसे किया जाता हैं?
कुछ बेसिक जीवनशैली में बदलाव आपके अंदर नपुंसकता को कम कर सकते हैं, जैसे नियमित व्यायाम, संतुलित और पौष्टिक आहार, नशीले पदार्थों का सेवन, तनाव, चिंता आदि। नपुसंकता और कुछ नहीं, आपकी जीवनशैली पर निर्भर है । अगर स्वस्थ जीवनशैली होगी तो नपुंसकता की संभावना बहुत कम होगी। प्राकृति में अनेको ऐसी जडी बूटियाँ हैं जोकि नामर्दी की समस्या को खत्म करने में सक्षम है जैसे कि अश्वगंधा, शतावर, शिलाजीत, सफेद मूसली, केसर, मकरध्वज आदि। आयुर्वेदाचार्य डा0 शेख ने अपने अनुभव से इन सभी बहुमुल्य जडी बुटियों को एक सही अनुपात एवं तापमान में मिलाकर एस.एस. पाऊडर और गदर फोर्ट कैप्सूल का निर्माण किया है। इनके सेवन से कुछ ही दिनों में पुरुषों को तनाव आने लगता है। अगर आप इनका निश्चित अवधि तक नियमित सेवन करें तो ईडी की समस्या का खत्म होना निश्चित है।
kuch besic jivanshaili mein badlaav aapke ander napunsakta ko kam kar sakte hain, jaise niymit vyayaam, santulit aur paushtik aahaar, nashile pardarthon ka sevan, tanav, chinta aadi. napunsakta aur kuch nahin, aapki jivanshaili par nirbhar hai . agar swasth jivanshaili hogi to napunsakta ki sambhavna bahut kam hogi. prakirti mein aneko aisi jadi botiyain hain joki namardi ki samsaya ko khatm karne mein saksham hai jaise ki ashvagandha, shataavar, shilaajeet, saphed moosalee, kesar, makaradhvaj aadi. ayurvedacharya dr.sheikh ne apne anubhav se in sabhi bahumulya jadi butiyon ko ek sahi anupaat evam taapmaan mein milakar S.S.Powder aur Gadar Forte Capsule ka nirman kiya hai. inke sevan se kuch hi dinon mein purushon ko tanav aane lagta hai. agar aap inka nishchit avadhi tak niymit sevan karein to Namardi ki samasya ka khtam hona nishchit hai.
नामर्दी का ईलाज दो तरह से किया जाता है जैसे एलोपैथिक और आयुर्वेदिक। एलोपैथिक उपचार के दुष्प्रभाव हो सकते है जैसे की मौखिक दवा से सिरदर्द, पीठदर्द, दुष्टि और पेट की समस्याओं में परिवर्तन हो सकता है। आत्म-इंजेक्शन के परिणामस्वरुप उस क्षेत्र के आसपास दर्द हो सकता है जहाँ सुई इजेंक्शन, रक्त स्त्राव और इंजेक्शन वाले क्ष़्ोत्र के चारो और रेशेदार ऊतक के विकास का परिणाम हो। म्यूजिक थैरेपी के दुष्परिणाम में मामूली रक्त स्त्राव, दर्द और रेशेदार ऊतक गठन षमिल है। नामर्दी के ईलाज के रुप में सर्जरी बहुत दुर्लभ है और संक्रमण जैसी गंभीर जटिलताओं को कारण बन सकता है। आयुर्वेदिक ईलाज प्राकृतिक जडी बूटियों द्वारा किया जाता है और यह सभी जानते है कि आयुर्वेदा के किसी भी तरह का कोई दुष्परिणाम नहीं होता है।
Namardi ka ilaaj do tarah se kiya jaata hai jaise elopeithik aur ayurvedik. elopeithik upchaar ke dusparbhav ho sakte hai jaise ki maukhik dawa se sirdard, pithdard, dirsthi aur pet ki samasyaon mein parivartan ho sakta hai. aatm-injection ke parinaamswarop us kshetr ke aas paas dard ho sakta hai jahan sui enjection, rakt straav aur injection wale kshotr ke charo aur reshedaar uotak ke vikas ka parinaam ho. music therpy ke dushparinam mein mamuli rakt straav, dard aur reshedaar uotak gathan shamil hai. namardi ke ilaaj ke rup mein sarjari bahut durlabh hai aur sankraman jaisi gambher jatiltaion ko kaaran ban sakta hai. ayurvedik ilaaj prakrtik jadi botiyon dawra kiya jaata hai aur yah sabhi jaante hai ki ayurveda ke kisi bhi tarah ka koi dusparinam nahin hota hai.
उपचार के दिशा निर्देश क्या है।
उपचार के साथ कुछ परहेज भी अति आवश्यक हैं।
1. खटटे फलों व बासी भोजन का परहेज करें।
2. तला व चिकनाई युक्त भोजन से बचें।
3. धुम्रपान, शराब एवं किसी भी नशीलें प्रदार्थ का सेवन न करें।
रोगियों की जीवनशैली में बदलाव होने जरुरी है। इसमें एक संतुलित आहार और नियमित व्यायाम भी शामिल है।
upchar ke disha nirdesh kya hai.
upchar ke saath kuch parhej bhi ati aawashyak hain.
1. khatte phalon va baasi bhojan ka parhej karein.
2. tala va chikanai yukt bhojan se bachein.
3. dhumrpaan, sharaab evan kisi bhi nasheelen pardarth ka sevan na karein.
rogiyon ki jivanshaili mein badlaav hone jaruri hai. ismein ek santulit aahaar aur niyamit vyayaam bhi shamil hai.
ठीक होने में कितना समय लगता है
नामर्दी का उपचार एस. एस. पाऊडर व गदर फोर्ट कैप्सूल द्वारा होता है । जिसके कुछ निर्धारित दिशा निर्देश हैं। इसके लिये उपरोक्त दिये परहेज अति आवश्यक है। इनके बिना ईलाज कराने का कोई फायदा नहीं है। अगर आप सुबह व शाम खाने के बाद एक चम्मच एस.एस. पाऊडर दुध में मिला कर उसके साथ एक एक गदर फोर्ट कैप्सूल लेते हैं तो सामान्य परिस्थितियों में 10 दिन के अन्दर आपको फायदा दिखने लगेगा और 2 महीने में आपको आराम हो जायेगा।
thik hone mein kitna samay lagta hai |
namardi ka upchar S. S. Powder va gadar Forte Capsule dwara hota hai . jiske kuch nirdharit disha nirdesh hain. iske liye uprokt diye parhej ati aawashyak hai. inke bina ilaaj karne ka koi Fayda nahin hai. agar aap subah va shaam khane ke baad ek chamach s.s. powdar dudh mein mila kar uske saath ek ek gadar forte capsule lete hain to samaany paristhitiyon mein 10 din ke andar aapko fayda dikhne lagega aur 2 mahine mein aapko aaram ho jayega.
ईलाज की कीमत क्या है
एस.एस. पाउडर व गदर फोर्ट कैप्सूलल नामर्दी के अचूक ईलाज हैं। इन्हें विश्व प्रसिद्व डा0 शेख ने अपने 40 साल के सफल ईलाजों के अनुभव से बनाया है। एक एस. एस. पाऊडर की कीमत 1200 रुपये है। जोकि 15 दिन की खुराक है। एक गदर फोर्ट कैप्सूल की कीमत 20 रुपये है।
ilaaj ki kimat kya hai
S.S. Powder va gadar Forte Capsule namardi ke achok ilaaj hain. inhein vishv parsid dr. sheikh ne apne 40 saal ke safal ilajon ke anubhav se banaya hai. ek s.s. powdar ki kimat 1200 rupaye hai. joki 15 din ki khurak hai. ek gadar Forte capsule ki kimat 20 rupaye hai.
क्या उपचार के परिणाम स्थायी है।
आयुर्वेद का प्रथम लक्ष्य बीमारी को जड से खत्म करना होता है। यह एलोपैथी की तरह एक दो दिन में आराम नही करता आयुर्वेद के ईलाज में समय लगता है पर ये समस्या की जड तक पहँच कर उसका स्थाई समाधान करता है। इसी प्रकार से एस.एस. पाऊडर व गदर फोर्ट कैप्सूल के परिणाम स्थाई हैं।
kya upchar ke parinam sthayi hai |
ayurved ka partham lakshy bimari ko jad se khatm karna hota hai. yah elopaithi ki tarah ek do din mein aaram nahi karta ayurved ke ilaaj mein samay lagta hai par ye samsaya ki jad tak pahuch kar uska esthai samadhan karta hai. isi parkaar se S.S. Powder va Gadar Forte Capsule ke parinam Esthai hain.